आज फिर एक साँस टूटी
फिर उगा तारा कोई
फिर उगा तारा कोई
ज़िंदगी पायी किसी ने
मौत से हारा कोई।
मौत से हारा कोई।
था बड़े मीठे से दिल का
अश्क़ अब खारा कोई
अश्क़ अब खारा कोई
फिर रहा है आसमान में
बन के आवारा कोई
बन के आवारा कोई
हम तो अपने अश्क़
कागज़ पर बहा लेते हैं पर
कागज़ पर बहा लेते हैं पर
छुप के तनहा रो रहा है
दर्द का मारा कोई
दर्द का मारा कोई
- रंजना डीन